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🚀 इस साल लॉन्च होने वाला NISAR (NASA-ISRO Synthetic Aperture Radar) सैटेलाइट किसानों के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हो सकता है। यह मिशन **फसल की वृद्धि, पौधों के स्वास्थ्य और मिट्टी की नमी** पर विस्तृत जानकारी देगा, जिससे किसान और कृषि नीति-निर्माता **बेहतर निर्णय ले सकें**।
🛰️ यह सैटेलाइट **सिंथेटिक अपर्चर रडार (SAR) तकनीक** का उपयोग करेगा, जिससे यह खेती से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा:
🔬 NISAR **दोहरी-आवृत्ति (L-band और S-band) रडार** का उपयोग करेगा, जिससे यह अन्य सैटेलाइट्स की तुलना में अधिक विस्तृत डेटा प्रदान कर पाएगा। यह **30 फीट (10 मीटर) तक की रिज़ॉल्यूशन** के साथ पृथ्वी की सतह का सर्वेक्षण करेगा और **हर 12 दिनों में पूरे ग्रह का डेटा इकट्ठा करेगा**।
🌾 यह सैटेलाइट **धान, गेहूं, मक्का** जैसी फसलों की पहचान कर पाएगा और उनके **बायोमास (Biomass) का अनुमान** भी लगाएगा। साथ ही, यह बारिश के मौसम में भी काम करेगा क्योंकि रडार बादलों के आर-पार देखने में सक्षम होता है।
📍 NISAR को **ISRO के सतीश धवन स्पेस सेंटर (भारत)** से लॉन्च किया जाएगा। यह हर दिन लगभग **80 टेराबाइट्स का डेटा** जनरेट करेगा, जिससे न केवल किसानों बल्कि **वैज्ञानिकों और जलवायु शोधकर्ताओं** को भी लाभ मिलेगा।
🌏 NISAR सैटेलाइट **खेती में क्रांति ला सकता है**, जिससे किसान **बेहतर योजना, समय पर सिंचाई और अधिक उत्पादन** प्राप्त कर सकेंगे। यह तकनीक **स्मार्ट फार्मिंग और सस्टेनेबल एग्रीकल्चर** की दिशा में एक बड़ा कदम है। 🚜🌱