Image Credit : Masato Hattori

मंगोलिया में मिली अनोखी डायनासोर प्रजाति – सिर्फ दो पंजों वाला Duonychus tsogtbaatari!

🦖 वैज्ञानिकों ने मंगोलिया के गोबी रेगिस्तान में एक नई डायनासोर प्रजाति Duonychus tsogtbaatari की खोज की है, जिसमें अन्य थेरीज़िनोसॉरस के विपरीत केवल दो पंजे पाए गए हैं। यह खोज डायनासोर के विकास और उनके अनुकूलन को समझने में मदद कर सकती है।

कैसे हुई यह खोज?

🦴 यह जीवाश्म दक्षिणी मंगोलिया के Bayanshiree Formation से निकला, जहां पानी की पाइपलाइन बिछाने के दौरान इसे खोजा गया। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह Late Cretaceous Period (10 करोड़ से 6.6 करोड़ वर्ष पहले) का है।

क्यों है यह डायनासोर खास?

🔬 अन्य थेरीज़िनोसॉरस में तीन पंजे होते थे, लेकिन Duonychus tsogtbaatari में केवल दो पंजे पाए गए, जो इसे पूरी तरह अनोखा बनाते हैं।

  • 🦖 यह **शाकाहारी** डायनासोर था और **पेड़ों की टहनियाँ पकड़ने** के लिए पंजों का उपयोग करता था।
  • 🔍 इसके पंजों पर **केराटिन (नाखून जैसा पदार्थ)** की परत भी संरक्षित मिली है।
  • 🦴 अन्य दो-पंजे वाले डायनासोर जैसे **T. rex** के विपरीत, यह एक **थेरीज़िनोसॉरस** था।
  • 🛡️ इसके पंजे **आत्मरक्षा, संभोग या खेल-कूद** में भी सहायक हो सकते थे।

क्या कह रहे हैं वैज्ञानिक?

🗣️ डॉ. Yoshitsugu Kobayashi, जापान की Hokkaido University के वैज्ञानिक, ने कहा कि "यह खोज **थेरीज़िनोसॉरस के विकास** और उनके पंजों के कार्य को समझने में नई रोशनी डालती है।" वहीं, डॉ. Darla Zelenitsky के अनुसार, "इतनी अच्छी तरह संरक्षित पंजों वाला जीवाश्म पहली बार मिला है, जिससे यह समझने में मदद मिलेगी कि ये पंजे कितने बड़े और तेज़ थे।"

निष्कर्ष

💡 यह खोज डायनासोर के **विकास में महत्वपूर्ण बदलाव** दिखाती है और इस बात का संकेत देती है कि कुछ डायनासोर **बेहतर पकड़ और भोजन के लिए अपने पंजों का अनुकूलन कर सकते थे।** यह डायनासोर न केवल अपनी प्रजाति में अनूठा है, बल्कि **थेरीज़िनोसॉरस समूह में एक नया आयाम जोड़ता है।** भविष्य में और अधिक शोध इस रहस्यमयी जीव के बारे में नए खुलासे कर सकते हैं! 🔍