80 लाख साल पहले के पक्षी के दिमाग की जांच से नई जानकारी

80 लाख साल पहले के पक्षी Navaornis hestia के दिमाग की जांच से कई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई हैं। शोधकर्ताओं ने माइक्रो सीटी स्कैन का उपयोग करके इस पक्षी की खोपड़ी और मस्तिष्क की 3डी इमेज बनाई, जिससे इसके दिमाग और कान की संरचना का सटीक पुनर्निमाण किया गया है।

मुख्य निष्कर्ष:

  • विकसित मस्तिष्क: आज के पक्षियों का मस्तिष्क इतना विकसित है कि इसकी तुलना केवल मानव मस्तिष्क से की जा सकती है। यह अध्ययन यह दर्शाता है कि पक्षियों का मस्तिष्क अन्य बड़े जानवरों की तुलना में अधिक जटिल और कार्यात्मक है।
  • अवशेषों का महत्व: यह जीवाश्म लगभग 80 लाख साल पहले डायनासोर के साथ सूखे इलाकों में रहने वाले पक्षियों का है और इसे आधुनिक छोटे आकार के कबूतर जैसा प्रदर्शित किया गया है।
  • मस्तिष्क संरचना: इचिथोर्निस का मस्तिष्क जीवित पक्षियों की तुलना में गैर-एवियन डायनासोर के साथ अधिक समान था। विशेष रूप से, सेरेब्रल गोलार्ध, जो उच्च संज्ञानात्मक कार्यों के लिए जिम्मेदार होता है, इचिथोर्निस में छोटे थे, जो यह दर्शाता है कि यह विशेषता जीवित बचे पक्षियों में अधिक विकसित थी।
  • पक्षियों का विकास: अध्ययन ने यह भी स्पष्ट किया कि जुरासिक काल के दौरान पक्षियों का विकास छोटे पंख वाले डायनासोर से हुआ था, जिससे उनके अस्तित्व और विकास को समझने में मदद मिलती है।

यह खोज न केवल प्राचीन पक्षियों के विकास को समझने में सहायक है, बल्कि यह आधुनिक पक्षियों की बुद्धि और उनके अस्तित्व में योगदान देने वाले कारकों को भी उजागर करती है।